पीएम मोदी मनाएंगे विश्व वन्यजीव दिवस

अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज गुजरात के सासन गिर में ‘विश्व वन्यजीव दिवस’ मनाएंगे. वह आज गिर नेशनल पार्क की सफारी करेंगे। प्रधानमंत्री बनने के बाद सासन और सफारी का यह पीएम मोदी का पहला कार्यक्रम है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गुजरात दौरा पर्यावरण संरक्षण और वन्यजीव संरक्षण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। गिर नेशनल पार्क एशियाटिक शेरों के लिए प्रसिद्ध है, और पीएम मोदी का वहां जाना इस क्षेत्र को और अधिक वैश्विक पहचान दिला सकता है। गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने गिर को पर्यटन हब बनाने में अहम भूमिका निभाई थी, और अब प्रधानमंत्री के रूप में उनकी यह यात्रा इस दिशा में और अधिक संभावनाएं खोल सकती है। साथ ही, वन्य जीव बोर्ड की बैठक में लिए गए निर्णयों का प्रभाव वन्यजीव संरक्षण नीतियों पर भी पड़ सकता है। सोमनाथ मंदिर की उनकी यात्रा धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखती है, जिससे यह दौरा न केवल पर्यावरणीय बल्कि आध्यात्मिक दृष्टि से भी खास बन जाता है।

गिर के एशियाई शेरों के संरक्षण और क्षेत्र के विकास में नरेंद्र मोदी की भूमिका काफी महत्वपूर्ण रही है। 2007 में उठाए गए कदमों ने गिर को एक सुरक्षित और समृद्ध वन्यजीव क्षेत्र में बदलने में मदद की। गिर को सिर्फ एक नेशनल पार्क तक सीमित न रखकर, 30,000 वर्ग किमी तक के बड़े क्षेत्र में वन्यजीव संरक्षण की नीति लागू की। शेरों के शिकार और अवैध गतिविधियों की निगरानी के लिए ‘ग्रेटर गिर वन्यजीव संरक्षण टास्क फोर्स डिवीजन’ की स्थापना।

स्थानीय लोगों को संरक्षण से जोड़ने और वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए एक संस्था बनाई। वन विभाग में पहली बार महिलाओं को शामिल कर, वन संरक्षण में उनकी भूमिका को मजबूत किया।स्थानीय समुदायों को शेरों और अन्य वन्यजीवों के संरक्षण में भागीदार बनाने के लिए यह योजना शुरू की गई। पर्यटन से मिलने वाले राजस्व को सीधे शेरों के संरक्षण और वन विभाग के बुनियादी ढांचे के विकास में लगाया गया।

गुजरात सरकार ने शेर संरक्षण प्रयासों को बढ़ाने के लिए वन्य पनु मित्र योजना शुरू की. इस पहल का उद्देश्य जागरूकता बढ़ाना, शेरों और अन्य वन्यजीवों की गतिविधियों पर नजर रखना तथा बचाव कार्यों और संरक्षण प्रयासों में वन विभाग की सहायता करना है। इन सभी प्रयासों का नतीजा यह है कि आज गिर में शेरों की संख्या बढ़ी है और यह क्षेत्र पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण बन गया है। पीएम मोदी की यह यात्रा न केवल गिर के लिए, बल्कि पूरे भारत में वन्यजीव संरक्षण को और अधिक मजबूती देने का संकेत हो सकती है।

Related Articles

Back to top button