
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने दोनों देशों के बीच रक्षा खरीद और को-प्रॉडक्शन को लेकर अहम बातचीत की। जॉइंट स्टेटमेंट में कहा गया है कि इस साल ‘Javelin’ एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल्स और ‘Stryker’ इन्फेंट्री कॉम्बैट वीइकल्स के लिए नई खरीद और सह-निर्माण व्यवस्थाओं पर काम किया जाएगा ताकि भारत की रक्षा जरूरतों को तेजी से पूरा किया जा सके।
अमेरिका भी लगातार स्ट्राइकर प्रोजेक्ट को प्रमोट कर रहा है। शुरुआती प्रोपोजल के मुताबिक भारत कुछ स्ट्राइकर यूएस फॉरेन मिलिट्री सेल्स के तहत खरीदेगा और फिर भारत और अमेरिका मिलकर भारत में ही इसका जॉइंट प्रॉडक्शन करेंगे। बाद में दोनों देश मिलकर इसका फ्यूचर वर्जन भी डिवेलप कर सकते हैं।
स्ट्राइकर ICV को यूएस फर्म जनरल डायनामिक्स लैंड सिस्टम्स बनाती है। पिछले साल अक्टूबर में जनरल डायनामिक्स की इंडियन पार्टनर कंपनी ने लद्दाख में भारतीय सेना को स्ट्राइकर का डेमो दिया था। सूत्रों के मुताबिक यह डेमो तीन दिन चला। यह ट्रायल नहीं था। यह सिर्फ डेमोनस्ट्रेशन यानी स्ट्राइकर का प्रदर्शन था। इंडियन पार्टनर कंपनी अपने खर्चे पर इसे लद्दाख लाई और सेना के सीनियर अधिकारियों को इसकी क्षमता दिखाई।