अब्राहम लिंकन ने खत्म की थी दास प्रथा

आज ही के दिन यानी की 12 फरवरी को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन का जन्म हुआ था। वह अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति थे और रिपब्लिकन पार्टी से जुड़े थे। अब्राहम लिंकन को दास प्रथा खत्म करने और अमेरिकी गृहयुद्ध से निजात दिलाने का श्रेय जाता है। वह एक ऐसी शख्सियत थे जो बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखते थे। जिसके कारण उनको बचपन में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। वह पहले रिपब्लिकन थे, जो अमेरिका के राष्ट्रपति बने थे।

अमेरिका के हार्डिन काउंटी में 12 फरवरी 1809 को अब्राहम लिंकन का जन्म हुआ था। हालांकि उनका बचपन मुश्किलों भरा रहा। जब वह 10 साल के थे तो उनकी मां की मृ्त्यु हो गई और फिर वह अपने पिता के साथ केंटकी से इंडियाना आ गए। यहां पर किताबें पढ़ने के लिए लिंकन ने फार्म में काम किया। इसके अलावा उन्होंने दीवारों में बाड़ लगाई और न्यू सलेम, इलिनोइस के स्टोर में भी काम किया। बताया जाता है कि लिंकन को किताबें पढ़ने का इतना शौक था कि वह रोड में लैंप पोस्ट के नीचे बैठकर पढ़ा करते थे।

शुरूआती संघर्ष के बाद उन्होंने वकील के तौर पर खुद को स्थापित किया। इस दौरान वह वकील के रूप से धीरे-धीरे फेमस होने लगे और फिर उन्होंने राजनीति में प्रवेश किया। साल 1958 में अब्राहम लिंकन सीनेटर के लिए स्टीफन ए डगलस के खिलाफ चुनाव लड़े। लेकिन इस चुनाव में लिंकन को हार का सामना करना पड़ा। भले ही इस चुनाव में वह हार गए, लेकिन इसके चलते वह पूरे देश में फेमस हो गए थे।

पिछले चुनाव में मिली हार का फायदा उनको साल 1860 के चुनाव में मिला। इस दौरान अब्राहम लिंकन ने राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन नामांकन जीता। बता दें कि वह उस दौरान के पहले रिपब्लिकन थे, जो अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति बने थे। उन्होंने राष्ट्रपति रहते हुए रिपब्लिकन पार्टी को मजबूत राष्ट्रीय संगठन बनाया। फिर 01 जनवरी 1863 को अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन ने मुक्ति की उद्घोषणा की। जिसमें गुलामों को हमेशा के लिए आजाद करने का ऐलान किया गया।

इसके बाद 04 मार्च 1864 को अब्राहम लिंकन दोबारा अमेरिका के राष्ट्रपति बने। वहीं दोबारा राष्ट्रपति बनने के एक महीने बाद गृहयुद्ध खत्म होने पर 14 अप्रैल को गुड फ्राइडे को एक कार्यक्रम रखा गया था। इस दौरान कार्यक्रम में शामिल होने के लिए लिंकन वाशिंगटन डीसी के फोर्ड थिएटर में पहुंचे थे। तभी एक्टर जॉन विल्कीस बूथ ने अब्राहम लिंकन की गोली मारकर हत्या कर दी। वहीं 15 अप्रैल 1865 को 56 साल की उम्र में अब्राहम लिंकन ने इस दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया।

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