नयी दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में खासतौर पर दिल्ली की राजनीति के कई अहम मुद्दे सामने आ रहे हैं। इस बार के चुनाव में दिल्ली के निवासियों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी, रोजगार, और सुरक्षा जैसे मुद्दे प्रमुख विषय रहे हैं। दिल्ली की विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP), भारतीय जनता पार्टी (BJP), और कांग्रेस जैसे प्रमुख दल मुख्य रूप से मुकाबले में हैं।
दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान जोर शोर से किया जा रहा है। दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों पर मतदान जारी है। दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान जारी है। दिल्ली में 1.56 करोड़ मतदाता मताधिकार का उपयोग कर रहे है। लगभग 700 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला आज होना है। इस मतदान के बाद नतीजे आठ फरवरी को निकलेंगे।
आम आदमी पार्टी (AAP) के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके दल के अन्य नेता इस चुनाव में प्रमुख रूप से प्रचार कर रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने भी अपनी पूरी ताकत झोंक दी है, और दिल्ली बीजेपी के प्रमुख नेताओं, जैसे मनोज तिवारी और विजय गोयल, ने प्रचार में अहम भूमिका निभाई है। कांग्रेस भी अपनी खोई हुई ज़मीन वापस पाने की कोशिश में है, हालांकि उनकी स्थिति इस बार थोड़ी कमजोर नजर आ रही है।
दिल्ली में लगभग 13,000 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जहां लोग अपने मत का इस्तेमाल कर रहे हैं। सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं ताकि चुनाव शांतिपूर्वक संपन्न हो सके। इस बार खासतौर पर युवाओं और महिलाओं के बीच वोटिंग की गतिविधियां बढ़ी हैं, जो एक बड़ा बदलाव साबित हो सकता है। चुनाव आयोग ने इस बार तकनीकी उपायों को भी प्रोत्साहित किया है, जिससे मतदान प्रक्रिया और अधिक पारदर्शी और सुलभ हो सके।
मोबाइल ऐप्स और ऑनलाइन जानकारी के जरिए मतदाता आसानी से मतदान केंद्र और संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। पिछले चुनावों की तुलना में इस बार मतदान प्रतिशत में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है, क्योंकि मतदाता अब ज्यादा जागरूक हो गए हैं। राजनीतिक दलों ने सोशल मीडिया, टीवी और डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए व्यापक प्रचार किया है, जिससे चुनावी माहौल और भी गर्म हो गया है।