लखनऊ। प्रदेश के राजकीय, अनुदानित और निजी पॉलीटेक्निक संस्थानों में शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए प्रवेश प्रक्रिया आज 15 जनवरी से शुरू हो रही है। प्रवेश के इच्छुक छात्र-छात्राएं jeecup.admissions.nic.in वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। यह प्रक्रिया 30 अप्रैल 2025 तक जारी रहेगी। संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद (JEECUP) के जारी कार्यक्रम के अनुसार, आवेदन प्रक्रिया के बाद प्रवेश परीक्षा का आयोजन 20 मई से 28 मई 2025 के बीच किया जाएगा। यह परीक्षा उन अभ्यर्थियों के लिए है, जो इंजीनियरिंग, फार्मेसी और अन्य तकनीकी कोर्सों में दाखिला लेना चाहते हैं।
इस बार सामान्य और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के छात्रों के लिए आवेदन शुल्क 300 रुपये प्रति ग्रुप निर्धारित किया गया है। वहीं, अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) के अभ्यर्थियों को 200 रुपये शुल्क देना होगा। परिषद के सचिव संजीव कुमार सिंह ने जानकारी दी कि हर अभ्यर्थी अधिकतम तीन ग्रुप के लिए आवेदन कर सकता है। अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए राजकीय, अनुदानित और निजी पॉलीटेक्निक संस्थानों में हेल्प सेंटर भी बनाए गए हैं। यहां जाकर अभ्यर्थी ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।
उत्तर प्रदेश में कुल 553 पॉलीटेक्निक कॉलेज हैं। इनमें 147 राजकीय, 18 पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP), 18 अनुदानित (एडेड) और 370 निजी पॉलीटेक्निक कॉलेज शामिल हैं। इन कॉलेजों में फार्मेसी के लिए लगभग 1.10 लाख सीटें और इंजीनियरिंग के लिए 1.59 लाख सीटें उपलब्ध हैं। यह संस्थान छात्रों को आधुनिक तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास के क्षेत्र में उत्कृष्ट अवसर प्रदान करते हैं। प्रदेश सरकार ने छात्रों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया को सरल और सुलभ बनाया है।
हेल्प सेंटर की स्थापना का मुख्य उद्देश्य उन अभ्यर्थियों की सहायता करना है, जो ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की समस्या का सामना कर रहे हैं। प्रदेश के अलग-अलग पॉलीटेक्निक संस्थानों में स्थापित इन सेंटरों पर जाकर अभ्यर्थी आवेदन फॉर्म भरने से लेकर, दस्तावेज़ अपलोड करने और शुल्क जमा करने तक की प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं। इसके साथ ही, संस्थानों द्वारा छात्रों को प्रवेश परीक्षा की तैयारी से संबंधित जानकारी और सुझाव भी दिए जा रहे हैं, ताकि वे परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन कर सकें।
पॉलीटेक्निक संस्थानों में इंजीनियरिंग और फार्मेसी के अलावा कई अन्य तकनीकी और व्यावसायिक कोर्स उपलब्ध हैं। ये कोर्स छात्रों को रोजगारोन्मुखी शिक्षा प्रदान करते हैं और उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाते हैं।