डॉ. आंबेडकर के नाम पर देश में हो रही राजनीति : मायावती

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती के 69वें जन्मदिन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सहित अन्य दलों के नेताओं ने शुभकामनाएं दी हैं। बसपा कार्यकर्ता आज जन कल्याणकारी दिवस के रूप में अपनी नेता का जन्मदिन मना रहे हैं।

इस मौके पर मायावती ने लखनऊ के मॉल एवेन्यू स्थित पार्टी के प्रदेश कार्यालय पर अपनी पुस्तक ‘मेरे संघर्षमय जीवन एवं बसपा मूवमेंट का सफरनामा’ भाग-20 (ब्ल्यू बुक) के हिंदी और अंग्रेजी संस्करण का विमोचन किया। मायावती ने एक बार फिर विपक्षी दलों को आड़े हाथों लेकर डॉ. भीमराव आंबेडकर के अधूरे मिशन को पूरा करने की बात कही।

मायावती ने कहा कि डॉ. आंबेडकर के नाम पर देश में राजनीति हो रही है। डॉ. आंबेडकर के अनुयायियों को अन्य दलों से सावधान रहने की जरूरत है। उनका वोट हासिल करने के लिए दूसरे दल ऐसी बातें कर रहे हैं। मतदाताओं को इस बात को देखना चाहिए कि किस दल ने धरात पर उनके जीवन को बदलने का काम किया है।

मायावती ने कहा कि भाजपा के विकल्प के रूप में बसपा एकलौती पार्टी है। इंडिया गठबंधन का उत्तर प्रदेश सहित पूरे प्रदेश में कोई भविष्य नहीं है। यह सभी पार्टियां स्वार्थ के लिए एकत्रित हुई हैं, इनका मकसद जनता का हित नहीं है। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को आगाह करते हुए कहा कि भाजपा, कांग्रेस और सपा जैसी पार्टियां बसपा को तोड़ने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रही हैं। हमें सतर्क रहना होगा और अपनी एकता बनाए रखनी होगी।

मायावती ने कहा कि बसपा का मिशन पूंजीपतियों के सहयोग से नहीं, बल्कि गरीब और जरूरतमंदों के खून-पसीने से अर्जित अंशदान से पूरा होगा। उन्होंने बाबा साहब आंबेडकर सहित सभी महापुरुषों को नमन करते हुए कहा कि उनका संघर्ष आज भी प्रेरणा देता है।

मायावती ने आरक्षण के मुद्दे को लेकर मौजूदा सरकारों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकारों ने आरक्षण को कोर्ट-कचहरी में उलझा दिया है। अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को आरक्षण का पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा है।

ये पार्टियां आरक्षण को खत्म करने के प्रयास में लगी हुई हैं। उन्होंने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा कि नीले कपड़े पहनकर ड्रामेबाजी करना और बसपा के एजेंडे की नकल करना छलावा है।यह जनता को गुमराह करने का प्रयास है। दिल्ली चुनाव पर मायावती ने चुनावी माहौल में भड़काऊ पोस्टरबाजी और नफरत फैलाने वाली रणनीतियों पर नाराजगी जताई।

उन्होंने चुनाव आयोग से इन पर तुरंत संज्ञान लेने की मांग की। उन्होंने कहा कि दिल्ली चुनाव में बसपा के राष्ट्रीय समन्वयक के नेतृत्व में पार्टी पूरी मजबूती से मैदान में उतरेगी। हमारा एजेंडा साफ है और हम सकारात्मक राजनीति के जरिए जनता की सेवा करेंगे।

अगर दिल्ली की जनता आम आदमी पार्टी की सरकार, कांग्रेस और केंद्र सरकार से छुटकारा पाना चाहती है तो बसपा उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करना जरूरी है। इन दलों को सत्ता में आने से रोकना महत्वपूर्ण है। बसपा दिल्ली में प्रत्येक व्यक्ति के कल्याण को ध्यान में रखते हुए सरकार चलाएगी।

मायावती ने अपनी पार्टी के नेताओं से अनुकूल परिणाम हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करने की अपील की। बसपा प्रमुख ने कहा कि नए साल के पहले महीने में पार्टी आज उनका जन्मदिन लोग जनकल्याणकारी दिवस के रूप में मना रही है। इस कार्यक्रम में जनता को उनकी सरकार में कराए गए कामों को याद दिलाया जा रहा है।

बसपा सरकार में किए कार्यों की वजह से गरीबों, दलितों, पिछड़ों, मुसलमानों और अन्य अल्पसंख्यकों के जीवन में बदलाव आया है। अन्य दलों की राज्य सरकारें मेरी सरकार द्वारा शुरू की गई कई योजनाओं की नकल कर रही हैं। मायावती ने कहा कि उनकी सरकार ने कई कल्याणकारी योजनाएं लाई गईं।

उन्होंने कहा कि मजदूरों, व्यापारियों, बेरोजगारों, महिलाओं, युवाओं और दिव्यांगों के लिए योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनसे लोगों को काफी लाभ मिला है। पार्टी के नेता प्रदेश में फिर से बसपा की सरकार बनाने के लिए काम कर रहे हैं। मायावती ने गृह मंत्री अमित शाह का नाम लिए बगैर कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने जिस तरह से संसद में बाबा साहब अंबेडकर का अपमान किया और पश्चाताप तक नहीं जताया, इससे समाज में आक्रोश की भावना रहेगी।

मायावती ने स्पष्ट किया कि बसपा पूंजीपतियों के सहयोग पर निर्भर नहीं करती। उन्होंने कहा कि हमारा मिशन गरीब, जरूरतमंद और पिछड़े वर्गों के खून-पसीने के अंशदान से पूरा होगा। हम केवल उन लोगों के अधिकारों और कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो समाज के सबसे निचले पायदान पर हैं।

उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों से एकजुट रहने और संघर्ष के रास्ते पर चलने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि बसपा का संघर्ष तब तक जारी रहेगा, जब तक समाज के सभी वंचित वर्गों को उनका अधिकार नहीं मिल जाता।

मायावती के जन्मदिन पर सीएम योगी आदित्यनाथ और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उन्हें जन्मदिन की बधाई दी है। दोनों ने ही सोशल मीडिया में उन्हें दीर्घायु होने की शुभकामनाएं दीं। इसके अलावा उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व अन्य नेताओं ने भी बसपा सुप्रीमो को बधाई दी।

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