हिन्दी भारत की राष्ट्रीय भाषा नहीं : अश्विन

नई दिल्ली। इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास के बाद टीम इंडिया के स्टार स्पिनर रविचंद्रन अश्विन किसी ना किसी वजह से चर्चाओं में बने हुए हैं। कभी अपने अतरंगे सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर तो कभी अपने बयान को लेकर। रिटायरमेंट के बाद अश्विन के पास काफी समय है। इसी कड़ी में उन्हें एक कॉलेज की ग्रेजुएशन सेरेमनी में बुलाया गया। जहां उन्होंने ऐसा बयान दिया जिसके कारण वह विवादों में आ गए।

दरअसल, कॉलेज की ग्रेजुएशन सेरेमनी के दौरान छात्रों को संबोधित करते हुए अश्विन ने छात्रों से पूछा कि वह किस भाषा में भाषण सुनना पसंद करेंगे, इंग्लिश…. तमिल या फिर हिन्दी। इस दौरान छात्रों ने भी इंग्लिश और तमिल पर अच्छा रिस्पॉंस दिया लेकिन हिन्दी पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। तब अश्विन ने कहा कि हिन्दी भारत की राष्ट्रीय भाषा नहीं है। 

वहीं अश्विन ने कहा कि, मैंने सोचा कि मुझे ये कहना चाहिए, हिन्दी हमारी राष्ट्रीय भाषा नहीं है, ये एक आधिकारिक भाषा है। पूर्व क्रिकेटर के बयान पर सोशल मीडिया पर तरह-तरह के कमेंट आए। हालांकि, इस दौरान फैंस दो धड़ों में बंटे हुए दिखे। कुछ अश्विन के समर्थन में उतरे तो कुछ ने उन्हें इसे लेकर ट्रोल करना शुरू कर दिया। 

फिलहाल, अश्विन ने पिछले साल के आखिर में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के गाबा में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। उन्होंने भारत के लिए 106 टेस्ट, 116 वनडे और 65 टी20 मुकाबले खेले हैं जिसमें उन्होंने क्रमश: 537, 156 और 72 विकेट चटकाए हैं। टेस्ट क्रिकेट में उनके नाम 6 शतक भी दर्ज हैं।

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