
नई दिल्ली। माइक्रोसॉफ्ट के चेयरमैन और सीईओ सत्य नडेला ने बड़ी घोषणा की है। सत्य नडेला भारत सरकार और भारतीय अर्थव्यवस्था की अग्रणी कंपनी के साथ मिलकर क्लाउड और एआई से संबंधित साझेदारी करने जा रहे है। इस घोषणा के बाद अगले दो वर्षों तक भारत में क्लाउड और एआई इंफ्रास्ट्रक्चर में तीन अरब डॉलर का निवेश किया जाएगा।
भारत मंडपम में आयोजित किए गए की-नोट एड्रेस में सत्य नडेला ने कहा है कि भारत में वर्ष 2026 तक माइक्रोसॉफ्ट पांच लाख छात्रों और शिक्षकों को ट्रेनिंग देगा। भारत में एक एआई सेंटर ऑर एक्सलेंस का निर्माण किया जाएगा। इसके जरिए ग्रामीण इलाकों में एआई इनोवेशन को प्रोत्साहन मिलेगा।
कंपनी का मूल मकसद है कि भारत में सरकार और उद्योग के बीच एआई को बढ़ावा दिया जाए। इसके साथ ही उत्पादकता को बढ़ावा मिले जिससे भारत में इकोसिस्टम तैयार होगा। वहीं माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के अध्यक्ष पुनीत चंडोक का कहना है कि भारत द्वारा एआई अगुवाई करने के लिए दुनिया इंतजार में है। इस दिशा में माइक्रोसॉफ्ट के कई भागीदार है जिसमें रेलटेल, अपोलो अस्पताल, बजाज फिनसर्व, महिंद्रा समूह शामिल है। कंपनी ने कहा कि हमारे ग्राहक एआई में विश्वास दिखा रहे है, जो सकारात्मक है।
माइक्रोसॉफ्ट ने भारत में एआई को लेकर समझौता किया है। एआई डिजिटल इंडिया कॉर्पोरेशन का ही एक हिस्सा है, जिसके साथ भारत में अब एआई को आगे बढ़ावा मिलेगा। एआई की मदद से नए तरीकों को खोजा जाएगा। काम करने की गति को बढ़ाया जाएगा, जिससे देश का विकास होगा। इस समझौते के मुताबिक भारत में माइक्रोसॉफ्ट वर्ष 2026 तक पांच लाख लोगों को एआई के बारे में जानकारी देंगे। पांच लाख लोगों में छात्र, शिक्षक के अलावा डेवलपर, सरकारी कर्मचारी भी शामिल है।
एआई के जरिए स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि के क्षेत्र में काम करने की क्षमता कहीं अधिक बढ़ेगी। माइक्रोसॉफ्ट भारत में एआई स्टार्टअब को बढ़ाने में भी मदद करेगा। इससे एआई का उपयोग बढ़ाने और काम करने में मदद मिलेगी।
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