दिल्ली एक बड़ी आपदा से घिरी है : मोदी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 जनवरी को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तंज कसा और कहा कि उन्होंने 4 करोड़ लोगों को घर देकर उनके सपनों को पूरा किया, लेकिन कभी अपने लिए घर नहीं बनाया। उन्होंने आगे कहा कि यदि चाहा होता, तो वह भी ‘शीश महल’ बना सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। उन्होंने दावा किया कि दिल्ली वालों ने आप-दा के विरुद्ध जंग छेड़ दी है। दिल्ली का वोटर, दिल्ली को आप-दा से मुक्त करने की ठान चुका है। वो कह रहा है- आप-दा को नहीं सहेंगे, बदल के रहेंगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप भी लगाया और कहा कि वह शहर के निवासियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने में विफल रही है। पीएम मोदी ने दिल्ली की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) को “आपदा” करार दिया और कहा कि पार्टी ने दिल्ली के विकास में कोई महत्वपूर्ण योगदान नहीं दिया। उनके बयान ने दिल्ली की राजनीति में फिर से हलचल मचा दी है और आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक माहौल और भी गर्म हो गया है।

दिल्ली में झुग्गीवासियों के लिए आवास परियोजना की शुरुआत करते हुए पीएम ने कहा, ‘मैं शीशमहल बना सकता था, लेकिन मेरे लिए मेरा सपना था कि मेरे देशवासियों को पक्का घर मिले।’ आप पर वार करते हुए मोदी ने कहा कि उन्होंने शराब घोटाला, स्कूल घोटाला और प्रदूषण घोटाला किया है। वे खुलेआम भ्रष्टाचार में लिप्त हैं और इसे प्रचारित भी कर रहे हैं। यह दिल्ली के लिए एक आपदा है, और निवासियों ने इस आपदा के खिलाफ युद्ध की घोषणा कर दी है। 

नरेंद्र मोदी ने कहा कि बीते 10 वर्षों से दिल्ली एक बड़ी आप-दा से घिरी है। अन्ना हजारे जी को सामने करके कुछ कट्टर बेईमान लोगों ने दिल्ली को आप-दा में धकेल दिया। शराब के ठेकों में घोटाला, बच्चों के स्कूल में घोटाला, गरीबों के इलाज में घोटाला, भर्तियों के नाम पर घोटाला… ये लोग दिल्ली के विकास की बात करते थे, लेकिन ये लोग आप-दा बनकर दिल्ली पर टूट पड़े हैं।

उन्होंने कहा कि मैं तो दिल्ली वालों को मुफ्त इलाज की सुविधा देने वाली ‘आयुष्मान भारत’ योजना का लाभ देना चाहता हूं। आप-दा सरकार को दिल्ली वालों से बड़ी दुश्मनी है। पूरे देश में आयुष्मान योजना लागू है, लेकिन इस योजना को आप-दा वाले यहां (दिल्ली) लागू नहीं होने दे रहे। इसका नुकसान दिल्ली वालों को उठाना पड़ रहा है। उन्होंने दावा किया कि दिल्ली एक सुर में कह रही है, ‘आपदा को नहीं सहेंगे, बदल कर रहेंगे’।

Related Articles

Back to top button