महाकुंभ 2025: साइबर अपराध से लड़ने के लिए बहुआयामी रणनीति

प्रयागराज। प्रयागराज में अगले महीने आयोजित होने वाले महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं को साइबर अपराधियों से बचाने के लिए एक बहुआयामी रणनीति तैयार की गई है। महाकुंभ में पूरे विश्व से लगभग 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है, जिससे सुरक्षा और सावधानी के उपाय और भी महत्वपूर्ण हो गए हैं। इस रणनीति के तहत साइबर अपराधियों के संभावित हमलों से बचने के लिए विभिन्न उपायों को लागू किया जाएगा। इनमें प्रमुख रूप से इंटरनेट से जुड़े धोखाधड़ी, फर्जी वेबसाइटों, स्कैम कॉल्स, और वित्तीय धोखाधड़ी जैसी समस्याओं से बचने के लिए लोगों को जागरूक करना शामिल है।

इसके अलावा, महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को उनकी व्यक्तिगत जानकारी और ऑनलाइन लेन-देन के दौरान सतर्क रहने के लिए विभिन्न मंचों और प्रचार माध्यमों के माध्यम से आवश्यक निर्देश दिए जाएंगे। साथ ही, साइबर सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए राज्य और केंद्र सरकार के संबंधित विभाग मिलकर सुरक्षा निगरानी प्रणालियों को बेहतर बनाएंगे। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि श्रद्धालुओं के ऑनलाइन लेन-देन और व्यक्तिगत जानकारी की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता के रूप में हो।

पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने सोमवार को बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डिजिटल महाकुंभ को साइबर सुरक्षित महाकुंभ बनाने के भी निर्देश दिए हैं। कुमार ने कहा, महाकुंभ में साइबर अपराध से लड़ने के लिए हमने एक बहुआयामी रणनीति बनाई है जिसमें पुलिस अधिकारियों के अतिरिक्त आईआईटी (भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान)- कानपुर जैसे विशेषज्ञ संस्थानों से साइबर विशेषज्ञों को सम्मिलित किया गया है। उन्होंने बताया कि इस दौरान साइबर सुरक्षा के संबंध में विचार-विमर्श किया गया एवं अन्य आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।

उन्होंने बताया कि अपर पुलिस महानिदेशक (प्रयागराज जोन) भानु भास्कर की अध्यक्षता में हुई बैठक में आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर, अपर पुलिस महानिदेशक (साइबर अपराध), पुलिस आयुक्त प्रयागराज, पुलिस महानिरीक्षक (प्रयागराज रेंज), वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कुंभ मेला एवं साइबर विशेषज्ञ शामिल हुए। इसके मद्देनजर उत्तर प्रदेश पुलिस ने साइबर अपराधियों के ख़िलाफ़ सख्त कार्रवाई की रणनीति बनायी है।

Related Articles

Back to top button