गवर्नर संजय मल्होत्रा ने हाल ही में केंद्रीय बैंक, यानी भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) का नेतृत्व संभालने के बाद अपने सहकर्मियों से यह आह्वान किया कि वे हमेशा सर्वश्रेष्ठ के लिए प्रयास करें और विकसित भारत के सपने को साकार करने में अपनी भूमिका निभाएं। उन्होंने कर्मचारियों को यह भरोसा भी दिलाया कि आरबीआई अब उनका एक परिवार है, और वे सभी मिलकर देश की आर्थिक प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।
मल्होत्रा के इस बयान से यह साफ होता है कि वे अपने नेतृत्व में आरबीआई के कर्मचारियों को प्रेरित करना चाहते हैं ताकि वे अपने काम में पूरी ईमानदारी और प्रतिबद्धता के साथ योगदान दें। उनके द्वारा यह कहा जाना कि आरबीआई अब कर्मचारियों का परिवार है, एक सशक्त और सहयोगात्मक कार्य संस्कृति की दिशा में एक सकारात्मक कदम प्रतीत होता है। इसके साथ ही, मल्होत्रा का यह आह्वान देश के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहलू के रूप में देखा जा रहा है, जिसमें वे आरबीआई के कर्मचारियों को भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।
मल्होत्रा ने कर्मचारियों के लिए संदेश में कहा, ‘‘मैं आपसे आग्रह करता हूं कि अमृत काल में प्रवेश करते हुए अपनी महत्वपूर्ण भूमिकाओं को सर्वश्रेष्ठ रूप में निभाने का प्रयास करें और विकसित भारत के हमारे सपने को साकार करने में सहयोग करें।’’ आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने अपने कर्मचारियों से संगठन के उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए निरंतर सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि किसी भी संगठन की सफलता के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे हमेशा अपने कार्यों में सुधार करते रहें। गवर्नर के रूप में मल्होत्रा के सामने कई महत्वपूर्ण चुनौतियां हैं, जैसे मुद्रास्फीति को नियंत्रित करना और रुपये पर दबाव को कम करना।
इन मुद्दों के बावजूद, उन्होंने अपने कर्मचारियों से उम्मीद जताई कि वे न केवल पहले से निर्धारित उच्च मानकों को बनाए रखेंगे, बल्कि उन्हें और बेहतर बनाने के लिए भी कार्य करेंगे। मल्होत्रा ने यह भी कहा कि आरबीआई के कर्मचारियों को सार्वजनिक सेवा के महत्वपूर्ण मूल्यों को बनाए रखना चाहिए, जिनमें ईमानदारी, निष्पक्षता, परिश्रम, वस्तुनिष्ठता, जवाबदेही और पारदर्शिता शामिल हैं। उनका मानना है कि आरबीआई का काम केवल मौद्रिक नीति बनाने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह भारतीय नागरिकों के जीवन को प्रभावित करता है, विशेष रूप से मूल्य स्थिरता बनाए रखने, मुद्रा और ऋण प्रणाली का संचालन और विदेशी मुद्रा प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में।
गवर्नर मल्होत्रा ने टीमवर्क और सामूहिक निर्णय लेने में विश्वास व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “मैं आपको यह विश्वास दिलाना चाहता हूं कि यह प्रतिष्ठित संस्थान मेरा परिवार है, और परिवार के मुखिया के रूप में मेरे लिए कर्मचारियों और उनके परिवारों का कल्याण सबसे महत्वपूर्ण है।” उनका यह बयान कर्मचारियों को प्रेरित करने और एकजुट कार्य संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए था, ताकि आरबीआई और भारतीय अर्थव्यवस्था दोनों की प्रगति सुनिश्चित की जा सके।