
दिलजीत दोसांझ जो इस समय अपने “दिल-लुमिनाती टूर” के तहत भारत में हैं, को तेलंगाना सरकार से एक नोटिस प्राप्त हुआ है। यह नोटिस 15 नवंबर को हैदराबाद में होने वाले उनके कॉन्सर्ट से पहले जारी किया गया। नोटिस में पंजाबी गायक को कुछ खास निर्देश दिए गए हैं, जिनमें ड्रग्स, शराब या हिंसा को बढ़ावा देने वाले गानों से बचने की हिदायत दी गई है। नोटिस में दिलजीत दोसांझ को यह कहा गया है कि वे अपने प्रदर्शन में ऐसे गाने न गाएं जो ड्रग्स, शराब, या हिंसा को बढ़ावा देते हों। यह निर्देश चंडीगढ़ के एक प्रतिनिधि पंडितराव धरेनावर द्वारा पेश किए गए वीडियो प्रमाणों के आधार पर दिया गया, जिसमें दिलजीत द्वारा ऐसे गाने गाए गए थे जो समाज में नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।
इसके अतिरिक्त, नोटिस में यह भी कहा गया है कि दिलजीत को अपने शो के दौरान बच्चों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इस दिशा-निर्देश के अनुसार, कॉन्सर्ट के दौरान बच्चों को किसी तरह से शामिल करने से बचने की सलाह दी गई है, ताकि बच्चों को किसी तरह के गलत या नकारात्मक प्रभाव से बचाया जा सके। दिलजीत दोसांझ ने इस नोटिस पर अपनी प्रतिक्रिया अभी तक सार्वजनिक रूप से नहीं दी है, लेकिन यह घटना उनके टूर के दौरान एक विवादित मोड़ पर आ गई है। इस नोटिस के बाद उनके कई प्रशंसकों और मीडिया में विभिन्न प्रतिक्रियाएं आई हैं।
यह नोटिस यह दिखाता है कि सरकार और स्थानीय प्रशासन संगीत और मनोरंजन के माध्यम से समाज में सकारात्मक संदेश फैलाने पर जोर दे रहे हैं। विशेष रूप से जब कलाकार व्यापक जनसमूह के बीच प्रभाव डालते हैं, तो उनके कंटेंट और गाने भी जिम्मेदार होने चाहिए, ताकि समाज में किसी तरह का नकारात्मक प्रभाव न पड़े। दिलजीत दोसांझ जैसे प्रसिद्ध गायक के गाने और कॉन्सर्टों का व्यापक प्रभाव होता है, और ऐसे मामलों में गायक की जिम्मेदारी बढ़ जाती है कि वे अपनी लोकप्रियता का सही उपयोग करें।
तेलंगाना सरकार का नोटिस दिलजीत दोसांझ को एक संदेश है कि वे अपने संगीत के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का काम करें और किसी भी तरह की नकारात्मक चीजों को बढ़ावा न दें। यह स्थिति उनके टूर की पब्लिसिटी को और बढ़ा सकती है, क्योंकि ऐसे विवाद अक्सर चर्चा का कारण बनते हैं। अब देखना यह है कि दिलजीत इस नोटिस का कैसे जवाब देते हैं और अपने शो में क्या बदलाव करते हैं।