केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने शिलांग में राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (निफ्ट) के स्थायी परिसर के उद्घाटन कार्यक्रम में नवाचार और कपड़ा उद्योग में पूर्वोत्तर के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि निफ्ट के नए परिसर विदेशों में खोलने की योजना बनाई जा रही है, ताकि वैश्विक स्तर पर भारतीय फैशन और टेक्नोलॉजी को बढ़ावा मिल सके।
इस अवसर पर स्नातक वर्ग के 12वें दीक्षांत समारोह का भी आयोजन किया गया। कपड़ा मंत्री ने कहा कि वह विभाग को राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनका उद्देश्य पूर्वोत्तर क्षेत्र को कपड़ा उद्योग में एक प्रमुख खिलाड़ी बनाना है।
केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने निफ्ट की विजननेक्स्ट पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह विदेशों में निफ्ट परिसरों की स्थापना की योजना बना रहे हैं। उन्होंने छात्रों से भारत के ब्रांड और हरित टिकाऊ कपड़ा उत्पादों को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने का आग्रह किया।
सिंह ने निफ्ट स्नातकों को भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा, “फैशन का भविष्य आपके हाथों में है।” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण को दोहराते हुए डिजाइन प्रक्रिया में कृत्रिम मेधा (एआई) को अपनाने की वकालत की।
उन्होंने डिजाइन में तकनीकी उपकरणों के महत्व पर भी जोर दिया, यह कहते हुए कि छात्रों को उनकी रचनात्मकता को बनाए रखने के लिए आवश्यक उपकरण और प्रौद्योगिकी से लैस करना चाहिए। उन्होंने भविष्यवाणी की कि वर्ष 2030 तक कपड़ा उद्योग 350 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगा और बताया कि हथकरघा, तकनीकी वस्त्र और हस्तशिल्पों का निर्यात 45,000 करोड़ रुपये से अधिक का योगदान देता है।
सिंह ने पूर्वोत्तर क्षेत्र की अहमियत का उल्लेख करते हुए कहा कि यह क्षेत्र हमारे अरबों डॉलर के बाजार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस कार्यक्रम में केंद्रीय कपड़ा राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा और मेघालय के पर्यटन मंत्री पॉल लिंगदोह भी उपस्थित थे।