केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव पर बहराईच घटना को लेकर चुप्पी साधने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यादव इस मामले पर टिप्पणी करने से बच रहे हैं ताकि मुस्लिम वोटों को प्रभावित न किया जा सके। गिरिराज सिंह ने यह भी दावा किया कि अखिलेश यादव का “हिंदू विरोधी” डीएनए है, जो उनके पिता मुलायम सिंह यादव के कारसेवकों पर फायरिंग के आदेश देने से स्पष्ट होता है।
यह बयान समाजवादी पार्टी और भाजपा के बीच चल रहे राजनीतिक विवाद को और भड़का सकता है। गिरिराज सिंह का यह आरोप चुनावी रणनीति का हिस्सा हो सकता है, जिसमें एक तरफ भाजपा अपने हिंदू समर्थकों को एकजुट करने की कोशिश कर रही है, वहीं दूसरी ओर सपा मुस्लिम वोटों पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इस तरह के बयान अक्सर राजनीतिक विमर्श में तनाव बढ़ाते हैं और विभिन्न समुदायों के बीच की खाई को और चौड़ा कर सकते हैं।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बहराईच एनकाउंटर पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे अपराधी कठोर सजा के हकदार हैं और उन्होंने अखिलेश यादव से मांग की कि वह इन अपराधियों को माला पहनाएं। यह बयान उन्होंने बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव द्वारा राजद की संवाद यात्रा के आयोजन के बाद दिया।
गिरिराज सिंह अपनी ‘हिंदू स्वाभिमान यात्रा’ की शुरुआत करते हुए भागलपुर में वृद्धेश्वर नाथ मंदिर में पूजा-अर्चना भी कर चुके हैं। उन्होंने इस यात्रा के बारे में कहा, “मैं हिंदू के रूप में पैदा हुआ हूं और हिंदू के रूप में ही मरूंगा। मेरा लक्ष्य मरने से पहले हिंदुओं को एकजुट करना है।”
इस यात्रा का उद्देश्य हिंदू समुदाय के बीच एकजुटता को बढ़ावा देना और अपने मतदाता आधार को मजबूत करना माना जा रहा है। गिरिराज सिंह का यह बयान भाजपा की हिंदुत्व नीति को स्पष्ट करता है, जिसमें धार्मिक पहचान और स्वाभिमान को महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है।