विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा ने कहा है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत की वृद्धि दर सबसे उज्ज्वल हिस्सों में से एक है। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में इस बात पर जोर दिया कि भारत की वृद्धि दर, जो छह से सात प्रतिशत या उससे अधिक है, दर्शाती है कि देश ने आर्थिक विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
बंगा ने यह भी उल्लेख किया कि भारत में वृद्धि का बड़ा हिस्सा घरेलू बाजार के आधार पर हुआ है, जो इसकी स्थिरता को दर्शाता है। यह बयान विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की आगामी वार्षिक बैठक से पहले आया है, जो भारत की आर्थिक प्रगति के प्रति वैश्विक दृष्टिकोण को स्पष्ट करता है।
अजय बंगा ने भारत की आर्थिक वृद्धि पर जोर देते हुए कहा कि यह मुख्य रूप से घरेलू बाजार के आधार पर संभव हुई है, जो एक सकारात्मक संकेत है। उन्होंने यह भी बताया कि भारत को जीवन की गुणवत्ता, जैसे हवा और पानी की गुणवत्ता, पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है, जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उल्लेख किया है।
इसके अलावा, विश्व बैंक की प्रबंध निदेशक (परिचालन) एन्ना बेर्डे ने कहा कि बैंक सरकार को वृद्धि को रोजगार और टिकाऊ विकास में बदलने में मदद कर रहा है। उन्होंने विशेष रूप से कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया, यह बताते हुए कि भारत में इस दिशा में बड़ी संभावनाएं हैं। यह दोनों वक्तव्य यह दर्शाते हैं कि विकास के लिए समावेशी दृष्टिकोण और जीवन की गुणवत्ता पर ध्यान देना आवश्यक है।