जिओ की डायरेक्‍ट लेंड‍िंग अपॉर्च्युनिटी की सुविधा

जियो और ब्लैक रॉक के बीच संभावित साझेदारी निश्चित रूप से भारतीय वित्तीय क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है। जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड का डायरेक्ट लेंडिंग अपॉर्च्युनिटी प्रदान करने का लक्ष्य देश में वित्तीय सेवाओं की पहुंच को बढ़ाने में मदद करेगा।

जियो इस वेंचर के जरिए देश में डायरेक्‍ट लेंड‍िंग अपॉर्च्युनिटी की सुविधा देना चाहती है। इसे लेकर एक खबर इकोनॉमिक टाइम्स में भी छपी है। इस खबर के अनुसार अधिकारियों का कहना है कि 50-50 पार्टनरशिप के आधार पर ज्वाइंट वेंचर की शुरुआत होगी। इसके जरिए लोन मुहैया कराया जाएगा जो स्टार्टअप कंपनियों से लेकर ज्वाइंट वेंचर की बड़ी कंपनियों को दिया जाएगा। 

ऐसे शुरु होगा ज्वाइंट वेंचर

अधिकारियों का कहना है कि ये वेंचर 50-50 पार्टनरशिप के आधार पर शुरू होगा। इस वेंचर में कई बड़ी कंपनियों से लेकर स्टार्टअप तक को लोन दिया जाएगा। अगर ब्लैक रॉक और जियो फाइनेंशियल के बीच ये वेंचर फाइनल होता है तो ये दोनों कंपनियों का साथ में तीसरा वेंचर होगा। दोनों ही कंपनियां पहले भी एसेट मैनेजमेंट और स्टॉक ब्रोकिंग में साथ काम कर रही है।

संभावित लाभ:

  1. सुविधा: डायरेक्ट लेंडिंग से ग्राहकों को बिना मध्यस्थ के सीधे लोन मिलने की सुविधा होगी, जिससे प्रक्रिया अधिक त्वरित और सरल होगी।
  2. पारदर्शिता: जियो और ब्लैक रॉक का संयुक्त प्रयास संभवतः प्रौद्योगिकी और डेटा एनालिटिक्स का उपयोग करके लेंडिंग प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी बना सकेगा।
  3. विस्तार: यह साझेदारी जियो को अपने वित्तीय सेवाओं का विस्तार करने में मदद करेगी, और ब्लैक रॉक को भारतीय बाजार में अपनी उपस्थिति मजबूत करने का अवसर प्रदान करेगी।

रणनीतिक महत्व:

यह ज्वाइंट वेंचर भारतीय बाजार में प्राइवेट क्रेडिट वेंचर की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे छोटे और मध्यम उद्यमों को भी लोन प्राप्त करने में आसानी होगी।

Related Articles

Back to top button