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स्पाइसजेट के चेयरमैन अजय सिंह 10 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचेंगे

स्पाइसजेट के चेयरमैन अजय सिंह ने कंपनी को वित्तीय संकट से बाहर निकालने के लिए बड़ा फैसला किया है। वित्त पोषण के दौर में कंपनी काफी संघर्ष कर रही है। स्पाइसजेट लिमिटेड के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अजय सिंह एयरलाइन ऑपरेटर में 10 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी बेच सकते हैं। यह कदम सितंबर के अंत तक पूरा होने वाले अपने नवीनतम फंडिंग दौर के तहत उठाया जा सकता है। मामले से जुड़े लोगों ने यह जानकारी दी है।

बजट एयरलाइन ऑपरेटर फाइनेंशियल संकट, कानूनी लड़ाई और विमानों के ग्राउंडिंग सहित कई चुनौतियों का सामना कर रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी अपने विभिन्न वित्तीय दायित्वों को पूरा करने के लिए धन जुटाने की कोशिश कर रही है। शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद स्पाइसजेट लिमिटेड के शेयर 2.43 प्रतिशत की गिरावट के साथ 61.46 रुपये पर बंद हुए, जबकि पिछली बार बाजार बंद होने पर शेयर 62.99 रुपये पर बंद हुए थे।

रिपोर्ट में उद्धृत एक सूत्र के अनुसार, यदि कुछ शर्तें पूरी होती हैं तो सिंह कंपनी में 15 प्रतिशत तक हिस्सेदारी बेच सकते हैं। रिपोर्ट में उद्धृत एक अन्य सूत्र के अनुसार, सिंह एयरलाइन ऑपरेटर में 10 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचेंगे, क्योंकि फंड की मात्रा बढ़ सकती है। सुझाए गए क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (क्यूआईपी) के लिए 2,000 करोड़ रुपये तक की प्रतिबद्धता है और एयरलाइन संभावित निवेशकों के साथ चर्चा कर रही है। एजेंसी की रिपोर्ट में उद्धृत सूत्रों के अनुसार, भारत और विदेश दोनों में बैठकें आयोजित की गई हैं।

एजेंसी के अनुसार, स्पाइसजेट ने इस घटनाक्रम पर कोई टिप्पणी नहीं की। रिपोर्ट में कहा गया है कि फंडिंग का दौर सितंबर के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है। बीएसई के आंकड़ों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि जून 2024 के अंत तक प्रमोटर समूह के पास कंपनी में 47 प्रतिशत से थोड़ी अधिक हिस्सेदारी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी वर्तमान में 20 विमानों के बेड़े का संचालन कर रही है, जबकि 2019 में उसके पास 74 विमान थे।

स्पाइसजेट की धन जुटाने की योजना

एजेंसी ने एयरलाइन की प्रस्तुति के हवाले से बताया कि 6 सितंबर को स्पाइसजेट ने कहा कि उसकी क्यूआईपी, वारंट और प्रमोटर द्वारा पूंजी निवेश से 3,200 करोड़ रुपये से थोड़ा अधिक जुटाने की योजना है। एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, एयरलाइन ने एक निवेशक प्रस्तुति में कहा, “स्पाइसजेट ने क्यूआईपी के जरिए 2,500 करोड़ रुपये और पिछले वारंट और प्रमोटर निवेश के जरिए 736 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई है।” 

रिपोर्ट के अनुसार, स्पाइसजेट का लक्ष्य इस धन का उपयोग बंद पड़े बेड़े को पुनः परिचालन में लाने, ऋण निपटान, नए बेड़े को शामिल करने तथा अन्य उद्देश्यों के लिए करना है। रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी में एयरलाइन तरजीही शेयर जारी करके केवल 1,060 करोड़ रुपये ही जुटा सकी, जबकि दिसंबर 2023 में इसकी 2,250 करोड़ रुपये की फंडिंग योजना घोषित की गई थी।

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