कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उस टिप्पणी पर पलटवार किया, जिसमें उन्होंने बेंगलुरु को ‘टेक सिटी से टैंकर सिटी’ में बदलने का आरोप लगाया था।सिद्धरमैया ने मोदी की इस टिप्पणी को लेकर उनकी आलोचना की और बेंगलुरु में मौजूदा जल संकट के लिए भाजपा और उसके सहयोगी जनता दल (सेक्युलर) की पिछली सरकारों को जिम्मेदार ठहराया।
प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को चिक्कबल्लापुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए आरोप लगाया था कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार का मुख्य जोर भ्रष्टाचार करने पर है।उन्होंने कहा कि बेंगलुरु के संस्थापक नादप्रभु केम्पेगौड़ा ने एक शानदार शहर का सपना देखा था, लेकिन कांग्रेस सरकार ने बहुत कम समय में ‘टेक सिटी’ को ‘टैंकर सिटी’ में बदल दिया और इसे पानी माफिया के भरोसे छोड़ दिया है।
मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने मोदी को याद दिलाया कि 2008 से 2013 तक भाजपा शासन के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा और उनके कुछ कैबिनेट सहयोगियों को भूमि हड़पने समेत अन्य मामलों के कारण जेल जाना पड़ा था।
भ्रष्टाचार के मुद्दे पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री ने एक बयान में आरोप लगाया कि राज्य की पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने परियोजनाओं को निष्पादित करने के लिए ठेकेदारों से ‘40 प्रतिशत कमीशन’ लिया था। सिद्धरमैया ने नरेन्द्र मोदी सरकार पर मेकेदातु परियोजना को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया, जो बेंगलुरु को अधिक पीने का पानी उपलब्ध करा सकता था।