दक्षिण अफ्रीका के विटबैंक शहर के वोस्मान इलाके में एक पादरी और उसके बेटे पर किडनैपिंग और हत्या की कोशिश का आरोप लगाया गया है। जानकारी के अनुसार इस पादरी ने चर्च में एक शख्स को चोरी करते हुए पकड़ लिया था। इसके बाद उसने खुद इंसाफ करने का फैसला करते हुए उस शख्स को किडनैप कर लिया और उसके दोनों हाथ काट दिए। आरोप है कि इस काम को अंजाम देने में पादरी के बेटे ने भी मदद की थी।
रिपोर्ट्स के अनुसार ईसाई पादरी सोलोमन म्हालांगा (58) के बेटे इनोक (20) ने दुमिसानी महलंगू (29) नाम के शख्स को चर्च में चोरी करते हुए पकड़ा था। उसने अपने पिता को बुलाया। इसके बाद दोनों ने दुमिसानी के हाथ-पैर बांध दिए और एक वैन से उसे शहर के बाहर ले गए। यहां उसने अपने बेटे और चार और लोगों के साथ उसके हाथ एक पेड़ की शाखा से बांध दिए और उससे कहा कि अब वह कभी भी चोरी नहीं कर पाएगा। इतना कहने के बाद पादरी ने एक कुल्हाड़ी से वार करते हुए उसके दोनों हाथ ही काट दिए।
दुमिसानी ने पुलिस को बताया कि पादरी ने दो बार कुल्हाड़ी चलाई थी और उसके दोनों हाथ काट दिए। इसके बाद उसे वहीं खून से लथपथ छोड़ सभी लोग फरार हो गए। पुलिस ने 27 मार्च को कथित हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया था। गुरुवार को उन्हें हत्या की कोशिश और किडनैपिंग के आरोप में अदालत के सामने पेश किया था। दुमिसानी के अनुसार उसने माफी मांगी थी लेकिन पादरी ने कहा कि यह दिखाना जरूरी है कि चोरों के साथ क्या होता है। दर्द से परेशान दुमिसानी की पेड़ काट रहे कुछ लोगों ने मदद की थी।
पुलिस को घटनास्थल से कटे हुए हाथ मिले हैं। इसके अलावा पास से ही एक कुल्हाड़ी मिली है। माना जा रहा है कि इसी कुल्हाड़ी से पादरी ने दुमिसानी के हाथ काटे थे। दुमिसानी ने अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद एक इंटरव्यू में स्वीकार किया कि वह चोरी करता था और नशीले पदार्थों का सेवन भी करता था लेकिन चर्च में उसने चोरी नहीं की थी। जब उस पर चोरी का आरोप लगा था तब वह कहीं जाने के लिए चर्च से शॉर्टकट ले रहा था। उसने पादरी से कहा भी कि उसने चोरी नहीं की है लेकिन किसी ने उसकी बात सुनी तक नहीं।