भारत और अमेरिका ने शुक्रवार को अपने द्विपक्षीय कांसुलर संवाद के दौरान प्रत्यर्पण, छात्रों और पेशेवरों की गतिशीलता और सुरक्षित और कानूनी प्रवासन पर सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की। विदेश मंत्रालय ने कहा कि नई दिल्ली में आयोजित कांसुलर वार्ता का 11वां दौर कमजोर महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा और दोनों देशों के नागरिकों की सुगम यात्रा को सक्षम करने पर भी केंद्रित था। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि बातचीत ने लोगों के बीच मजबूत संबंधों और सहयोग को मजबूत किया, जो दोनों देश आपसी हित के कांसुलर मुद्दों पर साझा करते हैं।
मामले से परिचित लोगों ने कहा कि दोनों पक्षों ने हाल के वर्षों में प्रत्यर्पण और संबंधित मामलों पर सहयोग बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी देशों से भारतीय नागरिकों को अवैध रूप से अमेरिका भेजने की कोशिश कर रहे मानव तस्करी गिरोहों की रिपोर्टों के मद्देनजर सुरक्षित और कानूनी प्रवासन भी महत्वपूर्ण हो गया है। बातचीत के दौरान, दोनों पक्षों ने दोनों देशों के लोगों के बीच संबंधों को मजबूत करने की दिशा में सक्रिय कदम के रूप में कुछ श्रेणियों के वीजा के घरेलू नवीनीकरण पर निर्णय लेने के लिए अमेरिका में एक पायलट कार्यक्रम शुरू करने का स्वागत किया।
वार्ता में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्रालय में कांसुलर, पासपोर्ट और वीज़ा प्रभाग के संयुक्त सचिव केजे श्रीनिवास ने किया और अमेरिकी पक्ष का नेतृत्व राज्य विभाग में कांसुलर मामलों के ब्यूरो के सहायक सचिव रेना बिटर ने किया।