‘किराए की कोख’ पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए

 ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस ने सरोगेसी को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने सरोगेसी पर बैन लगाने की मांग की है। पोप के बयान के बाद सरोगेसी यानी ‘किराए की कोख’ को लेकर बहस छिड़ गई है। सोमवार को  सरोगेसी को मातृत्व की घृणित प्रथा बताते हुए पोप ने कहा कि इसपर दुनियाभर में प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। उन्होंने इसे दुनिया के लिए खतरा बताया। पोप ने यह बात वेटिकन से मान्यता प्राप्त राजदूतों को विदेश नीति संबोधन में कही।

पोप ने कहा कि  सरोगेसी के जरिए मां बनना निंदनीय है क्योंकि इससे बच्चे और महिला दोनों की गरिमा का उल्लंघन होता है। पोप के मुताबिक गर्भ में पल रहे बच्चे को तस्करी की वस्तु नहीं बनने देना चाहिए। उन्होंने इसके व्यवसायीकरण को रोकने की बात कही। उन्होंने कहा कि सरोगेसी की प्रथा को वे घृणा की नजर से देखते हैं। उन्होंने एक बच्चे को तोहफा बताते हुए कहा कि वह किसी एग्रीमेंट का आधार नहीं होता।

इसके साथ ही पोप ने दुनिया के इस समय के हालात पर भी चिंता जाताई। पोप ने रूस-यूक्रेन युद्ध, इजराइल-हमास युद्ध, परमाणु हथियारों, माइग्रेशन और जलवायु संकट का जिक्र करते हुए इसे मानवता के लिए नुकसान पहुंचाने वाला बताया। उन्होंने दुनिया में शांति की कमी को लेकर अफसोस जताया।

बता दें कि सरोगेसी शब्द अब काफी ज्यादा चर्चा में रहता है। लेकिन ज्यादातर लोग इसके बारे में नहीं जानते हैं। बॉलीवुड के कई सितारे सरोगेसी के जरिए माता-पिता बने हैं। इसमें प्रियंका चोपड़ा, शाहरुख खान, आमिर खान, करण जौहर, शिल्पा शेट्टी और प्रीति जिंटा जैसे कई बड़े नाम शामिल हैं। सरोगेसी पर यूरोप के कई हिस्सों में प्रतिबंध है। भारत में इसका चलन बहुत ज्यादा बढ़ गया है।

सरोगेसी में अपनी पत्नी के अलावा किसी दूसरी महिला की कोख में अपने बच्चे को पाला जाता है। सरोगेसी को वे जोड़े अपनाते हैं जो बच्चे पैदा नहीं करना चाहते, लेकिन माता-पिता बनना चाहते हैं। सरोगेसी को आम भाषा में ‘किराए की कोख’ भी कहा जाता है। इसमें कपल बच्चा पैदा करने के लिए दूसरी महिला के कोख को किराए पर लेता है। इसमें महिला एग्स के जरिए दूसरे कपल के लिए गर्भवती होती है। जो महिला अपने पेट में दूसरे का बच्चा पालती है उसे सरोगेट मदर कहा जाता है। भारत में इसके लिए नियम बनाए गए हैं।

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