साइबर ठगी से महिला डॉक्टर से ठगे साढ़े चौदह लाख

नई दिल्ली: पार्सल में ड्रग, पासपोर्ट, लैपटॉप और एटीएम कार्ड होने का दावा करते हुए महिला डॉक्टर को मुंबई पुलिस के नाम से कॉल आया। इसके बाद उनके आधार का मनी लॉन्ड्रिंग और ह्यूमन ट्रैफिकिंग से जुड़े होने की बात कही गई। एक आरोपी के 108 पीड़ितों के महिला डॉक्टर के खाते में रकम ट्रांसफर करने का अदालत में बयान देने का दावा किया। सीबीआई अफसर बताते हुए एक शख्स से बात कराई गई, जिसने अंधेरी कोर्ट गिरफ्तारी वॉरंट जारी होने की बात कहते हुए 14 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट रखा। इसके बाद महिला से 14 लाख 50 हजार रुपये ट्रांसफर करवा लिया।

पुलिस अफसरों ने बताया कि 65 साल की महिला प्रीत विहार इलाके में रहती हैं। वो पेशे से डॉक्टर हैं। 18 नवंबर की सुबह 9:30 बजे उनके पास दो अलग-अलग नंबरों से कॉल आए। मुंबई की एक कूरियर कंपनी से कॉल का दावा करते हुए उनके नाम के पार्सल में आधार नंबर के साथ एमडीएमए ड्रग समेत कई आपत्तिजनक चीजें हैं। इसे कंबोडिया से जॉन डेविड के नाम भेजा जा रहा था। इसके बाद मुंबई के अंधेरी पुलिस स्टेशन में कॉल डायवर्ट करने का दावा करते हुए खुद को सिपाही बता रहे शख्स से बात कराई गई। इसने महिला डॉक्टर से आधार कार्ड की कॉपी वॉट्सऐप पर मांगी। कुछ देर में बताया कि इस आधार पर 18 केस दर्ज हैं। ये केस मनी लॉन्ड्रिंग और ह्यूमन ट्रैफिकिंग के हैं। इन केसों के मुख्य आरोपी संजय ने कोर्ट में बयान दिया है कि महिला के एचडीएफसी बैंक के खाते में 18 लोगों के पैसे ट्रांसफर किए गए थे। राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा केस बताते हुए कॉलर ने किसी से चर्चा नहीं करने की हिदायत दी। मुंबई के बिजनेसमैन ने ऐसा किया तो उसे रात में गोली मार कर हत्या कर दी गई।

 कंबोडिया में भारत के लोगों को तस्करी करके भेजा गया था, जिनकी किडनी और आंखें समेत कई अंग निकाले गए। इसके बाद सीबीआई अफसर बताते हुए कॉल ट्रांसफर किया गया। डॉक्टर को अकेला रहने को कहा गया तो उन्होंने अपने कर्मचारी को किचन में ही रहने की हिदायत दी। वो फिर अरेस्ट वॉरंट जारी होने का दावा करते हुए कहने लगा कि 90 दिन की कस्टडी से बचना है तो पूछताछ होने तक किसी को कॉल न करें और पिक भी ना करें। वरना अरेस्ट कर लिया जाएगा। इस दौरान अंधेरी मेट्रोपोलिटन मैजिस्ट्रेट का साइन किया हुआ वॉरंट वॉट्सऐप पर भेज दिया। इसके बाद महिला से ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर करवाया। कई बैंकों में दोपहर को फिक्स्ड डिपॉजिट तुड़वाने बैंक भेजा और उस रकम को भी ट्रांसफर करवा लिया। रात 11:20 तक महिला ठगों के चंगुल में रही। रात 11:30 बजे लड़की घर लौटी तो ठगी का पता चला। इसके बाद बेटी ने ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई, जिस पर ईस्ट जिला साइबर थाना पुलिस ने बुधवार को मुकदमा दर्ज कर लिया।

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