आक्रमणकारियों ने प्रतीकों को नष्ट करने की कोशिश की

पीएम नरेंद्र मोदी सोमवार को दूसरे दिन काशी के दौरे पर रहे। यहां उन्होंने उमरहा स्थित स्वर्वेद महामंदिर का उद्घाटन किया। इस मंदिर को बनाने में 100 करोड़ की लागत आई है। वहीं 20 साल में यह बनकर तैयार हुआ। इस दौरान पीएम ने मंदिर की दीवारों पर लिखे गये 4 हजार अधिक श्लोकों को भी देखा। इस दौरान पीएम मोदी ने एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। पढ़ें उनके संबोधन की बड़ी बातें।

पीएम मोदी ने कहा कि बाहरी आक्रमणकारियों ने भारत को कमजोर करने की कोशिश की उन्होंने हमारे प्रतीकों को नष्ट करने की कोशिश की। आजादी के बाद इन प्रतीकों को पुनः बनाना जरूरी था। आजादी के बाद सोमनाथ मंदिर के पुनर्निर्माण का विरोध किया गया। हमारे देश में यह सोच दशकों तक हावी रही। पीएम ने कहा कि आज समय का चक्र घुम गया है। देश अब लाल किले से मुक्ति और विरासत पर गर्व की घोषणा करता है। आज काशी में विश्वनाथ धाम की भव्यता ने भारत के वैभव में एक ओर सितारा जोड़ दिया है।

मोदी ने उज्जैन के महाकाल धाम की तारीफ करते हुए कहा कि यह धाम हमारी अमरता का प्रमाण दे रहा है। वहीं केदारनाथ धाम का पुनर्निर्माण हमारी सांस्कृतिक विरासत के प्रति प्रतिबद्वता को दर्शा रहा है। इसके अलावा हमारी सरकार बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट का निर्माण भी करा रही है। ताकि दुनिया भारत के बुद्ध ज्ञान से परिचित हो सके। अयोध्या में बन रहे भगवान राम के मंदिर को लेकर उन्होंने कहा कि जल्द ही दुनिया का सबसे बड़ा भव्य राम मंदिर आपके सामने होगा। पीएम ने कहा कि संतों को साथ में लेकर लोगों ने विकास और निर्माण के कई रिकाॅर्ड बनाए हैं।. पीएम ने लोगों से आह्वान करते हुए कहा कि खेल और योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं। आज पूरे देश में एक साथ कई तीर्थों का विकास हो रहा है।

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