
वाराणसी। पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में वाराणसी से पकड़ा गया मोहम्मद तुफैल वॉट्सऐप ग्रुप के जरिए एक साल से 600 पाकिस्तानियों के संपर्क में था। वह पाकिस्तानी सेना के अधिकारी की पत्नी नफीसा से नियमित चैटिंग करने के साथ उसे महत्वपूर्ण स्थानों की फोटो वगैरह भेजता था। नफीसा को उसने एक बार नेपाल के रास्ते और दूसरी बार पंजाब के रास्ते उपहार भिजवाया था।
तुफैल ने उपहार में क्या भिजवाया था, एटीएस इसका पता लगा रही है। एटीएस की जांच में यह भी पता चला है कि तुफैल ने वाराणसी के साथ ही मऊ और आजमगढ़ के मुस्लिम युवाओं को धार्मिक आधार पर भावनात्मक तरीके से जोड़ रखा था। इनमें पढ़े-लिखे मुस्लिम युवा भी शामिल हैं।
वॉट्सऐप में वह बाबरी विंध्वस की घटना को इस्लाम के लिए शर्मनाक बताते हुए पाकिस्तान के आतंकी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक के नेता मौलाना शाद रिजवी के भड़काऊ विडियो शेयर करता था। इसके साथ ही वह गजवा-ए-अभियान भी चला रहा था और भारत में शरीयत लागू करने संबंधी संदेश साझा करता था।
वह यह भी कहता रहता था कि हिंदुस्तान में मौलाना साद रिजवी जैसे इस्लाम के जानकर मार्गदर्शकों की जरूरत है, जो मुस्लिम युवाओं को सही दिशा देकर उनका भविष्य संवार सकते हैं। एटीएस के अफसरों ने बताया कि तुफेल के वॉट्सऐप ग्रुप से जुड़े पूर्वांचल के 800 से ज्यादा मोबाइल नंबर सर्विलांस के रेडार पर हैं। इसके अलावा तुफैल के बैंक खातों और उसकी आवाजाही से संबंधित विवरण भी खंगाला जा रहा है। तुफैल के दोस्त, करीबी और परिजनों की गतिविधियां भी एटीएस के साथ ही स्थानीय पुलिस और एलआईयू की निगरानी में है।
मोहम्मद तुफैल अपने ननिहाल में वाराणसी के आदमपुर के हनुमान फाटक में रहता था। मोहल्ले के लोगों को उसकी करतूत के बारे में मालूम चला तो सभी दंग रह गए। उधर, तुफैल के भाई शकलेन का कहना है कि वह उससे किसी तरह का रिश्ता नहीं रखना चाहता है। बोला, हमें यह कहने में शर्म आ रही है कि वह मेरा भाई है। अब अगर वह आता भी है तो हम उसे घर में नहीं आने देंगे।