सरकारी जमीन की प्लॉटिंग में एसडीएम समेत 8 होंगे सस्पेंड

लखनऊ। सरोजनीनगर इलाके में अधिकारियों की मिलीभगत से सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे कर प्लॉटिंग हो रही थी। मंडलायुक्त के निरीक्षण में सोमवार को पूरा खेल सामने आ गया। इस पर मंडलायुक्त ने कानूनगो और लेखपाल समेत 6 कर्मचारियों को तुरंत सस्पेंड करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही एसडीएम सरोजनीनगर और नगर निगम के तहसीलदार को आरोप पत्र जारी करते हुए रिपोर्ट शासन को भेज दी है।

मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब ने सोमवार को सरोजनीनगर के ग्राम सभा बेहसा व कल्ली पश्चिम की सरकारी जमीनों का जायजा लिया। बेहसा में सरकारी भूमि पर अवैध रूप से कब्जा कर प्लॉटिंग होती मिलने पर केस दर्ज करवाने के साथ ही निर्माण ध्वस्त करवा कब्जा हटवाने के निर्देश दिए।

अवैध कब्जा हटवाने में एसडीएम सरोजनी सचिन वर्मा और नगर निगम के तहसीलदार अरविंद पांडेय की लापरवाही मिलने पर आरोप पत्र जारी करते हुए दोनों को सस्पेंड करने के लिए शासन को रिपोर्ट भेजी। कल्ली पश्चिम में सरकारी जमीन पर प्लॉटिंग मिलने पर प्रॉपर्टी डीलरों के खिलाफ केस दर्ज करवाने और जमीन मुक्त करवाने के निर्देश दिए। ग्राम बेहसा व कल्ली पश्चिम के लेखपाल सुनील तिवारी, दीपक, कानूनगो अशोक पांडे, पाटन दीन तिवारी और नगर निगम के लेखपाल मृदुल मिश्रा व संदीप यादव द्वितीय को सस्पेंड करने के निर्देश दिए।

मंडलायुक्त ने दोबारा अवैध कब्जा मिलने पर संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध केस दर्ज करवाने की चेतावनी भी दी है। मंडलायुक्त ने सरकारी जमीन पर अवैध कब्जों और प्लॉटिंग के आरोप में जिन लेखपालों को सस्पेंड करने के निर्देश दिए हैं, उन पर कई गंभीर आरोप हैं। शिकायतकर्ता की तरफ से मंडलायुक्त को लिखित शिकायत के साथ ही अवैध प्लॉटिंग वाली जगह पर खड़े आरोपित लेखपाल की फोटो भी भेजी गई है। बताया जा रहा है कि लेखपालों ने पूरे मामले में एसडीएम को गलत रिपोर्ट भेजी थी।

नगर निगम के लेखपाल संदीप कुमार यादव और तहसील के लेखपाल सुनील कुमार तिवारी पर प्रॉपर्टी डीलरों से मिलीभगत के चलते अधिकारियों को गलत जानकारी देने का आरोप है। कल्ली पश्चिम और बेहसा में सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे के मामले में दोनों ने एसडीएम सरोजनीनगर व अन्य अफसरों को रिपोर्ट भेजी थी। इसमें कहा गया है कि गाटा संख्या-1268 पर कोई निर्माण नहीं है। जबकि मंडलायुक्त की जांच में टिनशेड के साथ ही मकान बना पाया गया। इसके साथ ही फोटो में गाटा संख्या-1421 पर अवैध कब्जा करने वालों के साथ लेखपाल भी नजर आ रहे हैं।

सूत्रों के अनुसार मंडलायुक्त के कल्ली पश्चिम और बेहसा पहुंचने पर अवैध कब्जे के आरोपित प्रॉपर्टी डीलर भी पहुंच गए थे। सरकारी जमीन खुद की बताते हुए विरोध भी किया। हालांकि दस्तावेज से मिलान पर झूठ सामने आ गया। ऐसे में मंडलायुक्त ने अवैध कब्जेदारों के खिलाफ केस दर्ज करने के निर्देश दिए। खुद को फंसता देख आरोपित पीछे हट गए। जानकारी के अनुसार विश्वजीत मौर्य उर्फ संजीत मौर्य, रवींद्र यादव, सुशील कुमार, महेश कुमार, अभिषेक, अवकेश उर्फ छोटू, सुशील कुमार, श्रीदेवी, महेश कुमार समेत अन्य के खिलाफ सरकारी जमीनों पर कब्जे के मामले में केस दर्ज करवाने के निर्देश दिए गए हैं।

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