
नोएडा। बेहतर होती सड़कों के बाद गौतमबुद्धनगर में वाहनों की रफ्तार बढ़ी है। इसके बाद भी बड़ी संख्या में लोग सिर्फ मनोरंजन के लिए स्पीड और बढ़ाकर दूसरों की जान को खतरे में डाल रहे हैं। शहर के प्रमुख रास्तों पर कैमरों के बाद भी यह वाहन चालक बाज नहीं आ रहे। डीसीपी ट्रैफिक लखन यादव ने बताया कि ओवर स्पीड को रोकने के लिए टीम कंट्रोल रूम से चालान करती है। सबसे ज्यादा ओवर स्पीडिंग के मामले यमुना एक्सप्रेसवे, नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे और एलिवेटेड रोड पर आते हैं। तीनों ही स्थानों पर कैमरों की मदद से नजर रखी जाती है और स्पीड लिमिट को क्रॉस करने वालों पर कार्रवाई की जाती है।
ट्रैफिक पुलिस के रेकॉर्ड के अनुसार यहां हर दिन औसतन 185 वाहनों पर ओवर स्पीडिंग के मामले में कार्रवाई होती है। 2025 में जनवरी से मार्च के बीच पुलिस ने 16 हजार 278 चालान किए हैं। डीसीपी ने बताया कि इस साल अभी तक बीते साल की तुलना में लोगों की स्पीड को कंट्रोल किया गया है।
साल 2024 में हर दिन 238 चालान हुए और पूरे साल में 86 हजार 890 चालान किए गए। उन्होंने बताया कि ट्रैफिक पुलिस की तरफ से लोगों को ओवर स्पीडिंग के संबंध में विडियो भी कई पॉइंट पर चलाई जा रही हैं। इसमें लोगों को हादसों तक के फुटेज दिखाए गए हैं। साथ ही पुलिस कमिश्नर की तरफ से लोगों को लगातार विडियो के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है।
स्पीड लिमिट से ऊपर जाने पर 2 हजार रुपये का चालान किया जाता है। ओवर स्पीड के साथ रैश ड्राइविंग को रोकने के लिए ट्रैफिक पुलिस रैश ड्राइविंग करने वालों पर सिर्फ चालान नहीं कर रही है। उन पर एफआईआर तक की जा रही है। नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेसवे पर ऐसा करने के मामले में रिपोर्ट दर्ज की जा चुकी है। इसके अलावा नियमों को कई बार तोड़ने वालों के लाइसेंस को सस्पेंड कराया जा रहा है। डीसीपी ने बताया कि हमारा प्रयास सड़क पर हादसों में होने वाली मौत को कम करना है। इसमें सख्त फैसले भी लिए गए हैं।