हरियाणा I विधानसभा में हरविंदर कल्याण को अध्यक्ष चुने जाने की प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी हो गई है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने उनके नामांकन का प्रस्ताव रखा, जिसे कैबिनेट मंत्री रणबीर सिंह गंगवा ने समर्थन दिया। प्रोटेम स्पीकर रघुवीर सिंह कादियान ने भी यह सुनिश्चित किया कि किसी अन्य दल से कोई विरोध नहीं है।
हरविंदर कल्याण, जो करनाल जिले के घरौंदा से तीन बार के भाजपा विधायक हैं, को सर्वसम्मति से विधानसभा का अध्यक्ष चुना गया। उनका चुनाव विधानसभा में उनके नेतृत्व कौशल और भूमिका के कारण हुआ है, जिसे सभी सदस्यों ने सराहा। यह विकास हरियाणा की राजनीतिक स्थिरता को और मजबूत करने का संकेत देता है।
हरियाणा के नए विधानसभा अध्यक्ष हरविंदर कल्याण की नियुक्ति एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटना है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने उनके नामांकन का प्रस्ताव रखा, जिसे कैबिनेट मंत्री रणबीर सिंह गंगवा ने समर्थन दिया। प्रोटेम स्पीकर रघुवीर सिंह कादियान ने बताया कि अन्य दलों की ओर से कोई विरोध नहीं था, जिससे उनकी नियुक्ति निर्विरोध हुई।57 वर्षीय कल्याण, जो करनाल के कुटैल गांव में जन्मे हैं, ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत युवा कांग्रेस से की और बाद में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में शामिल हुए। हालांकि, 2009 के विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
2014 में भाजपा में शामिल होने के बाद, उन्होंने अपनी पहली सीट जीती और इसके बाद 2019 और 2024 के चुनावों में भी सफलता प्राप्त की। अमरावती विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग में स्नातक कल्याण ने चुनाव आयोग के साथ लगभग 7 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है।वे अपने बेबाक रवैये के लिए जाने जाते हैं और इससे पहले हरियाणा राज्य सहकारी आपूर्ति एवं विपणन संघ लिमिटेड (HAFED) के सीईओ रह चुके हैं। उनकी अध्यक्षता हरियाणा विधानसभा के लिए एक नई दिशा की उम्मीद जगाती है।