संसद के लोकसभा की सुरक्षा में चूक का मामला सुर्खियों में है। 13 दिसंबर को संसद आतंकवादी हमले की बरसी पर लोकसभा की सुरक्षा में बड़ी चूक हुई, जब लोकसभा में जोरो-आर के दौरान सागर शर्मा और मनोरंजन डी नाम के दो शख्स, विजिटर गैलरी से जहां सांसद बैठते हैं उस हिस्से में कूद गए और उनके हाथों में छोटे कनस्तर थे जिनसे पीली गैस निकल रही थी। इन दोनों ने वहां नारेबाजी भी की। इन दोनों आरोपियों सागर शर्मा और मनोरंजन डी के पास से मैसूर के भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा का दिया हुआ ‘विजिटर पास’ मिला था।
मैसूर के भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा ने ही दोनों आरोपियों को संसद में आने का विजिटर पास’ दिया था। जब कोई सांसद व्यक्तियों को ऐसा पास जारी करता है, तो उन्हें एक शपथ पत्र देना होता है कि वे उस व्यक्ति को व्यक्तिगत रूप से जानते हैं। घुसपैठियों के पास से बरामद विजिटर पास में प्रताप सिम्हा का नाम उजागर होने के बाद से उनकी आलोचना हो रही है।
हालांकि अब-तक उन्होंने दोनों घुसपैठियों के साथ अपने संबंध पर कोई बयान जारी नहीं किया है। लेकिन उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला को बताया कि उनमें से एक के पिता उनके निर्वाचन क्षेत्र के निवासी हैं और उन्होंने संसद का ‘विजिटर पास’ मांगा था। प्रताप सिम्हा ने अध्यक्ष को बताया कि उनके पास घुसपैठियों के बारे में कोई अतिरिक्त जानकारी नहीं है। उनमें से एक मनोरंजन डी, अपने और अपने दोस्त सागर के लिए ‘विजिटर पास’ लेने के लिए लगातार प्रताप सिम्हा के पीए के साथ संपर्क में था।