तमिलनाडु में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या गुरुवार को बढ़कर 29 हो गई, जबकि कई अन्य लोग कथित तौर पर अवैध शराब पीने के बाद अस्पताल में भर्ती हैं। जिला कलेक्टर एमएस प्रशांत ने यह जानकारी दी। बीमार लोगों का इलाज कल्लकुरिची सरकारी मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। सूत्रों ने बताया कि पीड़ित बुधवार को कल्लकुरिची में अवैध शराब ‘पैकेट अरक’ पीने के बाद बीमार हो गए थे।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने मामले में सीआईडी जांच के आदेश दिए हैं। सीएम ने एक्स पर लिखा, “मैं कल्लाकुरिची में मिलावटी शराब पीने वाले लोगों की मौत की खबर सुनकर स्तब्ध और दुखी हूं। इस मामले में अपराध में शामिल लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसे रोकने में विफल रहने वाले अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है। अगर जनता अपराध में शामिल लोगों के बारे में जानकारी देती है तो तत्काल कार्रवाई की जाएगी। समाज को बर्बाद करने वाली ऐसी घटना से सख्ती से निपटा जाएगा।”
मौतों की खबर सामने आते ही डीएमके सरकार हरकत में आई और जिला कलेक्टर श्रवणकुमार जाटवथ का तबादला कर दिया। एक अधिकारी ने बताया कि एमएस प्रशांत को कल्लाकुरिची जिले का नया कलेक्टर नियुक्त किया गया है। साथ ही, एमके स्टालिन के नेतृत्व वाली सरकार ने कल्लाकुरिची एसपी समयसिंह मीना को निलंबित कर दिया और रजत चतुर्वेदी को नया एसपी नियुक्त किया। इसके अलावा, कल्लाकुरिची जिले के निषेध विंग के अधिकारियों सहित नौ पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है।
इस बीच, अवैध शराब बेचने वाले को गिरफ्तार कर लिया गया है। अधिकारियों ने 200 लीटर अरक जब्त किया, जिसमें ‘मेथनॉल’ का मिश्रण पाया गया। उन्होंने कहा, “अरक पीने के बाद पीड़ितों ने उल्टी और पेट दर्द की शिकायत की और उन्हें 19 जून को कल्लकुरिची मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया।” विपक्ष के नेता एडप्पादी के पलानीस्वामी ने कहा कि अवैध अरक पीने के बाद लगभग 40 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
उन्होंने कहा, “डीएमके सरकार के सत्ता में आने के बाद से ही अवैध अरक के सेवन से मौतें जारी हैं और मैं इस मुद्दे को राज्य विधानसभा में भी उठाता रहा हूं और कार्रवाई की मांग करता रहा हूं।” पलानीस्वामी ने इस मुद्दे पर सख्त कार्रवाई की मांग की। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “कल्लकुरिची में गरीब लोगों की कीमती जान चली गई है।”