मुंबई/नई दिल्ली। भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) के प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) दिलीप असबे ने मंगलवार को कहा कि भारत के पास यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) के जरिए 100 अरब से भी अधिक लेन-देन करने की क्षमता है। यह देश में यूपीआई से मौजूदा समय में होने वाले मासिक लेन-देन का 10 गुना होगा।
दिलीप असबे ने मंगलवार को यहां ग्लोबल फिनटेक फेस्ट (जीएफएफ) 2023 समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि भारत के पास यूपीआई के जरिये 100 अरब से भी अधिक लेन-देन करने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि कहा कि वर्तमान में देश के भीतर 35 करोड़ लोग यूपीआई का इस्तेमाल करते हैं। इनकी मौजूदा संख्या में तीन गुना बढ़ोतरी की गुंजाइश है।
उन्होंने कहा कि अगर आप इसके सम्मिलित प्रभाव को लें तो हम मौजूदा स्थिति से 10 गुना लेन-देन तक पहुंच सकते हैं। हालांकि, दिलीप असबे ने इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए किसी समय-सीमा का उल्लेख नहीं किया लेकिन उन्होंने कहा कि भारत 2030 तक यूपीआई से रोजाना दो अरब लेन-देन होने लगेगा।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2016 में एकीकृत भुगतान मंच के तौर पर यूपीआई की शुरुआत के बाद से इसके जरिए होने वाले लेन-देन की संख्या अगस्त महीने में 10 अरब के पार पहुंच गई है।