नई दिल्ली। प्रधानमंत्री की सुरक्षा में लगे विशेष सुरक्षा दस्ते (एसपीजी) के निदेशक अरुण कुमार सिन्हा का 61 वर्ष की आयु में बुधवार को गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। वे कुछ दिन पहले लीवर से जुड़ी समस्या के चलते अस्पताल में भर्ती हुए थे।
इसी साल 30 मई को सेवानिवृत्ति होने के ठीक एक दिन पहले सिंह को एक साल का सेवा विस्तार दिया गया था। उन्होंने 2016 में एसपीजी का निदेशक पद संभाला था। केरल कैडर के 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी प्रधानमंत्री की सुरक्षा विंग के प्रभारी थे।
झारखंड के हजारीबाग के रहने वाले सिन्हा ने 1989 में केरल के वायनाड में सहायक पुलिस अधीक्षक के रूप में अपना करियर शुरू किया था। 1997 से लगभग चार वर्षों तक तिरुअनंतपुरम शहर के आयुक्त के रूप में उन्होंने कार्य किया। 2009 से 2014 तक उन्होंने गुजरात क्षेत्र में सीमा सुरक्षा बल में आईजी के रूप में कार्य किया। वर्ष 2014 में केरल लौटने पर सिन्हा को राज्य पुलिस मुख्यालय में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया गया था। मार्च 2016 में उन्हें एसपीजी के 12वें निदेशक रूप में नियुक्त किया गया था। उन्हें 31 मई 2024 तक अपनी सेवाएं देनी थी।
भारतीय पुलिस सेवा एसोसिएशन ने अरुण कुमार सिन्हा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि कर्तव्य के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता और अनुकरणीय नेतृत्व हमें सदैव प्रेरित करता रहेगा। हम उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। उनकी आत्मा को शाश्वत शांति मिले।
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वह एक कुशल अधिकारी थे जिन्होंने राज्य पुलिस में कई जिम्मेदारियां निभाईं।