बीजिंग। अमेरिका और चीन का आपसी मतभेद एक-दूसरे को नुकसान पहुंचाने में लगा है। जिसको लेकर दोनों देश आमने-सामने आ गये हैं। चीन ने रूसी ऊर्जा क्षेत्र को लक्षित करने वाली अमेरिकी प्रतिबंध सूची में चीनी कंपनियों को शामिल करने का विरोध किया है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गुओ जियाकुन ने सोमवार को यह जानकारी दी।
उल्लेखनीय है कि 10 जनवरी को अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने रूस के नोवाटेक आर्कटिक एलएनजी -2 परियोजना के लिए मॉड्यूल के निर्माण और परिवहन में शामिल चीनी कंपनियों के खिलाफ प्रतिबंध लगाने की घोषणा की, साथ ही रूस के राज्य का समर्थन करने पर तेल टर्मिनल ऑपरेटर शेडोंग यूनाइटेड एनर्जी पाइपलाइन ट्रांसपोर्टेशन के खिलाफ भी प्रतिबंध लगाने की घोषणा की।
गुओ ने एक ब्रीफिंग में कहा कि चीन ने लगातार अवैध एकतरफा प्रतिबंधों और अतिरिक्त क्षेत्रीय क्षेत्राधिकार का विरोध किया है, जिनका अंतरराष्ट्रीय कानून में कोई आधार नहीं है और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा अधिकृत नहीं है। मंत्री ने कहा कि चीन ने हमेशा विदेशी हस्तक्षेप और सामान्य व्यापार तथा आर्थिक आदान-प्रदान पर प्रतिबंधों के साथ-साथ ‘राष्ट्रीय सुरक्षा अवधारणा के अमेरिकी सामान्यीकरण के खिलाफ बात की है।