मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 जीतने और डॉ. मोहन यादव के मुख्यमंत्री बनने के बाद पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान अब दिल्ली आए। यहां उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। मुलाकात की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। हालांकि अभी तक इस मुलाकात की वजह साफ नहीं हुई है, लेकिन शिवराज सिंह के दिल्ली दौरे को लेकर कहा जा रहा है कि उन्हें पार्टी में सम्मानजनक स्थान और दायित्व दिया जा सकता है।
मध्यप्रदेश के 4 बार मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान भाजपा का लोकप्रिय ओबीसी चेहरा हैं। ऐसे में कयास लगाए जा रहे है कि शिवराज को संगठन में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का पद सौंपा जा सकता है। आने वाले लोकसभा चुनाव में शिवराज को उनकी पुरानी लोकसभा सीट विदिशा से चुनाव लड़वाया जा सकता है। विदिशा सीट से शिवराज ने 5 बार लोकसभा का चुनाव जीता है।अगर 2024 के लोकसभा चुनाव में फिर से भाजपा की सरकार बनती है तो शिवराज चौहान को केंद्र में मंत्री बनाया जा सकता है, लेकिन उसके पहले शिवराज चौहान को लोकसभा चुनाव में किसी बड़े राज्य का प्रभारी बनाया जा सकता है।
साल 2018 के विधानसभा चुनाव में हार के बाद भी 2019 के लोकसभा चुनाव में शिवराज सिंह चौहान को केंद्रीय संगठन में जिम्मेदारी दी गई थी। उस समय उन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया था।
ऐसा ही कुछ वसुंधरा राजे सिंधिया के लिए कहा जा रहा है। फिलहाल वसुंधरा राजे राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं, लेकिन पार्टी उन्हें भी लोकसभा का चुनाव लड़वा सकती है। इसके अलावा उन्हें लोकसभा चुनाव में बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। वसुंधरा अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में मंत्री रह चुकी हैं।